शिवपुरी मेडिकल कालेज मे कोरोना महामारी के संकट को देखते हुये डॉ।वंदना तिवारी अपने घर परिवार और तीन साल के मासूम को अकेला छोंडकर अपना चिकित्सक धर्म निभा रही थीं |डॉ वंदना तिवारी को 31 मार्च को ब्रेन हैमरेज हुआ,आनन फानन मे उनको शिवपुरी मेडिकल कालेज मे भर्ती कराया गया,लेकिन उनकी तबियत मे कोई सुधार न होने के चलते उन्हे ग्वालियर रेफर कर दिया गया जहां उनको दो दिन तक कोमा मे रखा गया,जानकारी के मुताबिक 2 दिन कोमा मे रहने के बाद आखिरकार जिंदगी से जंग हार गईं |
कोरोना मरीजों के इलाज़ मे लगी डाक्टर वंदना तिवारी की मौत,3 साल के मासूम को छोड़ गईं बेसहारा
आपको बताते चलें कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के कारण पिछले कई दिनों से वो अपने 3 साल के मासूम को घर पर छोड़ कर मेडिकल कालेज मे ही रह रही थीं,डॉ, वंदना तिवारी कि अकस्मात मृत्यु के बाद परिवार मे मातम पसरा हुआ है,कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु देश के कई कोरोना कमांडो अपनी जान कि परवाह न करते हुये देश के सेवा मे पूरे कर्तव्य निष्ठा से लगे हुये हैं |