दुनिया भर मे कोरोना का कहर इस तरह से टूटा है कि चारों ओर अंधेरा सा छा गया है,लोग बिना कोई जुर्म किए भी अपने घरों मे कैद हैं,सभी के मन मे ये विचार चल रहा है कि कोरोना से मुक्ति कब होगी, कोरोना से सबसे पहले इटली मे भयंकर तबाही देखी गयी थी,अब इटली से भी ज्यादा भयंकर तबाही अमेरिका मे देखी जा रही है,आपको बतादें कि अमेरीका मे कोरोना से संक्रमित लोगों कि संख्या (6,12,380) छः,लाख,बारह,हजार तीन,सौ,अस्सी तक पहुँच गयी है,वहीं (48,036) अंढतालीस,हजार,छत्तीस लोग इस बीमारी से निजात पा चुके है,अगर अमेरिका मे कोरोना से मरने वाले लोगों कि संख्या पर गौर करें तो (25,949) पच्चीस,हजार,नौ,सौ, उनचास लोग इस बीमारी से अपने प्राणो को गवां चुके हैं ,अमेरिका मे जिस रफ्तार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है,उससे ट्रम्प प्रशाशन भी नतमस्तक हो चुका है,आपको बतादें कि अमेरिका मे कोरोना से पिछले 24 घंटे मे (2,2,28) दो,हजार,दो,सौ,अट्ठाइस लोगों कि मौत हो चुकी है |
भारत मे स्थिति क्यौं है कंट्रोल मे
कोरोना संक्रमण (Human To Human) एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य तक फैलता है ,भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मौके को भाँप गए थे कि इस बीमारी का सोसल डिस्टेन्सिंग के अतिरिक्त कोई दूसरा इलाज़ नहीं है,जिसके फलस्वरूप मोदी जी ने समय रहते ही लॉकडाउन का निर्देश पारित कर दिया ,समस्त देशवाशी प्रधानमंत्री के इस फैसले का कर्तव्यनिष्ठा से पालन किये, जिससे कोरोना संक्रमण का प्रसार कम ही हो पाया |