हमारी फौज डरने वाली नहीं है,चाइना अगर भारत को 1962 वाले चश्मे सेड़ेख रहा है तो ये चाइना की सबसे बड़ी भूल होगी,आज देश के पास बड़ा ही उम्दा कठोर फैसले लेने वाला नेतृत्व है |मोदी जी के द्वारा सेना को फ्री हैंड देने से भारतीय सेना का मनोबल सातवें आसमान पर है,अगर चीन से युद्ध हुआ तो इसमे हमारे वायु सेना की भूमिका अहम होगी ,जिसके परिणामस्वरूप हमारी वायु सेना किसी तरह की भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रेड अलर्ट पर है |
हालांकि चाइना के सैन्य अधिकारी बार बार दिखाने की कोशिश कर रहे हैं की बात चीत के आधार पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल {LAC}पर शांति चाहते हैं ,जबकि चाइना के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम बार बार झूँटा लेख प्रकाशित कर रहा है की lac पर भारतीय सैनिकों द्वारा उद्दंडता करने पर चीनी सैनिकों ने ज्जबाबी कारवाई किया चाइना ,के इस बयान के जरिये आप भी अंदाज़ा लगा सकते है कि चाइना कितना झूँटा देश है अर्थात | चीन के कथनी और करनी मे जमीन और आसमान का फर्क है |